Tuesday, June 30, 2015

मैं ने शराब नहीं पी है माँ

माँ मैं एक पार्टी में गया था.
तूने मुझे शराब नहीं पीने
को कहा था,
इसीलिए बाकी लोग शराब पीकर मस्ती कर रहे थे
और मैं सोडा पीता रहा.
लेकिन मुझे सचमुच अपने पर
गर्व हो रहा था
माँ,
जैसा तूने कहा था कि 'शराब पीकर
गाड़ी नहीं चलाना'.
मैंने वैसा ही किया.
घर लौटते वक्त मैंने शराब को छुआ तक नहीं,
भले ही बाकी दोस्तों ने
मौजमस्ती के नाम पर
जमकर पी.
उन्होंने मुझे भी पीने के
लिए बहुत उकसाया था.
पर मैं अच्छे से जानता था कि मुझे
शराब नहीं पीनी है और मैंने
सही किया था.
माँ, तुम हमेशा सही सीख देती हो.
पार्टी अब लगभग खत्म होने
को आयी है और सब लोग अपने-अपने घर लौटने की तैयारी कर रहे हैं.
माँ ,अब जब मैं अपनी कार में बैठ
रहा हूँ तो जानता हूँ कि केवल कुछ
समय बाद मैं
अपने घर अपनी प्यारी स्वीट
माँ और पापा के पास रहूंगा.
तुम्हारे और पापा के इसी प्यार और
संस्कारों ने
मुझे जिम्मेदारी सिखायी और लोग
कहते हैं कि मैं
समझदार हो गया हूँ माँ, मैं घर आ
रहा हूँ और
अभी रास्ते में हूँ. आज हमने बहुत
मजा की और मैं बहुत खुश हूँ.
लेकिन ये क्या माँ...
शायद दूसरी कारवाले ने मुझे
देखा नहीं और ये भयानक टक्कर....
माँ, मैं यहाँ रास्ते पर खून से लथपथ हूँ.
मुझे पुलिसवाले की आवाज सुनाई पड़
रही है
और वो कह रहा है कि इसने नहीं पी.
दूसरा गाड़ीवाला पीकर चला रहा था.
पर माँ, उसकी गलती की कीमत मैं
क्यों चुकाऊं ?
माँ, मुझे नहीं लगता कि मैं और
जी पाऊंगा.
माँ-पापा, इस आखिरी घड़ी में तुम
लोग मेरे पास क्यों नहीं हो.
माँ, बताओ ना ऐसा क्यों हो गया.
कुछ ही पलों में मैं सबसे दूर हो जाऊँगा.
मेरे आसपास ये गीला-गीला और
लाल-लाल क्या लग रहा है.
ओह! ये तो खून है और
वो भी सिर्फ मेरा.
मुझे डाक्टर की आवाज आ रही है
जो कह रहे हैं कि मैं बच नहीं पाऊंगा.
तो क्या माँ,
मैं सचमुच मर जाऊँगा.
मेरा यकीन मानो माँ. मैं तेरी कसम
खाकर कहता हूँ कि मैंने शराब
नहीं पी थी.
मैं उस दूसरी गाड़ी चलाने वाले
को जानता हूँ.
वो भी उसी पार्टी में था और खूब
पी रहा था.
माँ, ये लोग क्यों पीते हैं और
लोगों की जिंदगी से
खेलते हैं उफ! कितना दर्द हो रहा है.
मानो किसी ने चाकू चला दिया हो या सुइयाँ चुभो रहा हो.
जिसने मुझे टक्कर मारी वो तो अपने
घर चला गया और मैं
यहाँ अपनी आखिरी साँसें गिन
रहा हूँ. तुम ही कहो माँ, क्या ये
ठीक हुआ.
घर पर भैया से कहना, वो रोये नहीं.
पापा से धीरज रखने को कहना.
मुझे पता है,वो मुझे कितना चाहते हैं
और मेरे जाने के बाद तो टूट
ही जाएंगे.
पापा हमेशा गाड़ी धीरे चलाने को कहते
थे.
पापा, मेरा विश्वास करो,
मेरी कोई गलती नहीं थी. अब मुझसे
बोला भी नहीं जा रहा.
कितनी पीड़ा!
साँस लेने में तकलीफ हो रही है.
माँ-पापा, आप मेरे पास
क्यों नहीं हो. शायद
मेरी आखिरी घड़ी आ गयी है. ये
अंधेरा सा क्यों लग रहा है. बहुत डर
लग रहा है.
माँ-पापा प्लीज़ रोना नहीं. मै
हमेशा आपकी यादों में, आपके दिल में
आपके पास ही रहूंगा.
माँ, मैं जा रहा हूँ. पर जाते-जाते ये
सवाल ज़रूर पूछुंगा कि ये लोग पीकर
गाड़ी क्यों चलाते हैं.
अगर उसने पी नहीं होतीं तो मैं आज
जिंदा, अपने घर,
अपने परिवार के साथ होता.


लोग शराब क्यूँ पीते हैं ?
????????????????

Monday, June 29, 2015

Social Animal (Must Think)


एक दिन एक कौवे के बच्चे ने कौवे से कहाकि हमने लगभग हर चार पैर वालेजीव का माँस खाया है,
मगर आजतक दो पैर पर चलने वालेजीव का माँस नहीं खाया है..,
पापा कैसा होता है इंसानों का माँस?कौवे ने कहा मैंने जीवन में तीन बारखाया है,
बहुत स्वादिष्ट होता है..,कौवे के बच्चे ने कहा मुझे भी खाना है..कौवे ने थोड़ी देर सोचने के बाद कहाचलो खिला देता हूँ..
बस मैं जैसा कह रहा हूँवैसे ही करना मैंने ये तरीका अपने पुरखोंसे सीखा है..,
कौवे ने अपने बेटे को एक जगहरुकने को कहा और थोड़ी देर बाद माँसके दो टुकड़े उठा लाया..कौवे के बच्चे ने खाया तोकहा कीये तो सूअर के माँस जैसा लग रहा है..कौवे ने कहा अरे ये खाने केलिए नहीं है..इस से ढेर सारा माँस बनाया जा सकता है..
जैसे दही जमाने के लिए थोड़ा सा दहीदूध में डाल कर छोड़ दिया जाता है,
वैसे ही इसे छोड़ कर आना है..
बस देखना कल तक कितना स्वादिष्टमाँस मिलेगा,वो भी मनुष्य का,बच्चे को बात समझ में नहीं आईमगर वो कौवे का जादू देखने के लिएउत्सुक था..,
कौवे ने उन दो माँस के टुकड़ों में सेएक टुकड़ा एक मंदिर मेंऔर दूसरापास की एक मस्जिद में टपका दिया..तब तक शाम हो चली थी,,
कौवे ने कहा अब कल सुबह तक हम सभी कोढेर सारा दो पैर वाले जानवरोँ कामाँस मिलने वाला है..,
सुबह सवेरे कौवे और बच्चेने देखा तोसचमुच गली-गली में मनुष्यों कीकटी और जली लाशें बिखरी पड़ीं थीं..
हर तफ़र सन्नाटा था..पुलिस सड़कों पर घूम रही थी..कर्फ्यू लगा हुआ था..
आज कौवे के बच्चे ने कौवे से दो पैर वालेजानवर का शिकार करना सीख लिया था..,
कौवे के बच्चे ने पूछा अगर दो पैर वाला मनुष्यहमारी चालाकी समझ गया तो ये तरीकाबेकार हो जायेगा..कौवे ने कहा सदियाँ गुज़र गईं मगरआज तक दो पैर वाला जानवरहमारे इस जाल में फंसता ही आया है..
सूअर या बैल के माँस का एक टुकड़ा,हजारों दो पैर वाले जानवरों कोपागल कर देता है,वो एक दूसरे को मारने लग जाते हैं
और हम आराम से उन्हें खाते हैं..
मुझे नहीं लगता कभी उसे इतनी अक़लआने वाली है..,
कौवे के बेटे ने कहा क्या कभी किसी नेइन्हें समझाने की कोशिश नहीं की..,कौवे ने कहा एक बार एक ने इन्हेंसमझाने की कोशिश की थी,मनुष्यों ने उसे dharam ka dushmanकह के मार दिया............यहाँ सवाल ये उठता है की कौआ कौन ?????

Tuesday, June 9, 2015

Dozakhi Darwaza (Gate of the Hell) Sufi Sunni Hindustan, Na Atanki-Na Akhwan

Gate of The Hell
..........دوزخی دروازہ.......(افسانچہ)
....ایک خودکش بمبارنے ایک مسجدمیں بیس کافروں، کے ساتھ خودکواڑالیا..بہت دنوں تک عالم ارواح میں بھٹکنے کے بعدوہ اپنی منزل پرپہنچا.وہاں موجود کچھ فرشتے اسے ایک بڑے دروازے کے پاس لے آئے.وہ متعجب ہوکر ان سے مخاطب ہوا.
ُُلگتا ہے تمہیں کچھ غلط فہمی ہورہی ہے.ہمارے امیرجماعت حضرت غازی الدین بن مجاہدالدین نے فرمایاتھا کہ میرے اس عمل کےبدلےمجھے جنت حاصل ہوگی جس میں دودھ اورشہدکی نہریں ہوں گی، حوریں ہی حوریں ہوں گی.لیکن یہ تو جنتی دروازہ نہیں لگتا..،،
ُُیہ دوزخی دروازہ ہے.،، ایک فرشتے نے وضاحت کی...ُُاب تم اندر جاؤ..،،
ُُکیا ؟ وہ بے حدمشتعل ہوا..ُُتمہارا مطلب ہے کہ ہمارے حضرت نے غلط بیانی کی تھی.،،
ُُہم نہیں جانتے..،، فرشتے نے بے زاری سے کہا ُُ..
ُُتم انہی سے پوچھ لینا..وہ بھی اندر ہی ہیں..،،ُ
Salim Sarfaraz

Monday, June 1, 2015

Youth and the Nation

http://newageislam.com/urdu-section/abdul-moid-azhari,-new-age-islam/responsibilities-of-the-new-generation-in-the-present-age--دور-حاضر-میں-نئی-نسل-کی-ذمہ-داری/d/103185

Today we all youth have to understand our responsibility. the nation and the society what requires from us. this is only we who can make some changes. this is our duty too. the time needs us. we showed our ability and power whenever it was needed. this currupt and systemless system has to be changed. we can not see our society and the nation as well getting destroyed by violance curruption communal and extremism as well in front of us. get up. lets remove the cancer of communalism, terrorism, extrmism in all shapes. this is high time to check on it. lets show and proov that we care the nation.